गुरुवार, 11 फ़रवरी 2021

माटी के लाल


ऑफिस के रास्ते पर बीते कुछ दिनों से कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा था। आज ऑफिस जाते समय मेरी निगाहें उस कंस्ट्रक्शन साईट की तरफ गयीं। कंस्ट्रक्शन का काम करने वाले अपना अपना काम कर रहे थे और उस से थोड़ी ही दूर रेत के ढेर के पास एक छोटा बच्चा मिट्टी में खेल रहा था। वह उन मज़दूरों में से किसी एक मजदूर का बेटा लग रहा था। बच्चा बहुत मगन हो कर मिट्टी में खेल रहा था। एक मजदूर औरत रेत का टोकरा उठाते हुए बड़े ही लाड़ से उस बच्चे को देख रही थी।



शायद वह उस बच्चे की माँ थी। मिट्टी में खेलते हुए बच्चे को देखकर मुझे DDA फ्लैट में रहने वाली Mrs Sharma की याद आई जो क्लोरीन की गोली पानी में घोल कर अपने बेटियों को देती रहती थी। और भी न जाने क्या क्या करती थी लेकिन फिर भी शिकायत करती रहती थी की बेटियाँँ हमेशा बीमार पड़ती है। उस बच्चे को देखकर लगा जैसे मजदूरों के बच्चे बीमार होना शायद afford नहीं कर सकते...