अगर व्यक्ति को सही मायने में सक्सेस
पाना है तो उसे कोशिश के साथ साथ पॉजिटिव एटिट्यूड रखना भी जरूरी होता है।
क्यों कि लक्ष्य के प्रति सकारात्मक नजरिया ही हमें अपनी मंजिल तक पहुंचाता
है।
एक बार गोलियथ नाम का राक्षस था उसने हर आदमी के दिल में दहशत बिठा रखी थी। सब उससे डरते और कहते कि उसे कोई मार ही नहीं सकता। एक दिन 17 साल का एक भेड़ चराने वाला लड़का अपने भाइयों से मिलने के लिए आया उसने पूछा कि तुम इस राक्षस से लड़ते क्यों नहीं। उसके भइयों ने कहा कि वह इतना बड़ा राक्षस है कि उसे मारा नहीं जा सकता। लेकिन उस लड़के ने कहा कि बात यह नहीं कि बड़ा होने कि वजह से उसे मारा नहीं जा सकता बल्कि सच तो यह है कि वह तो इतना बड़ा है कि उस पर लगाया गया निशाना चूक ही नही सकता। उसके बाद उस लड़के ने गुलेल से निशाना लगाकर उस राक्षस को मार ड़ाला।
कथा बताती है कि अगर नजरिया सही हो तो हम बड़ी से बड़ी कठिनाई को पार कर अपनी मंजिल को पा सकते हैं।
एक बार गोलियथ नाम का राक्षस था उसने हर आदमी के दिल में दहशत बिठा रखी थी। सब उससे डरते और कहते कि उसे कोई मार ही नहीं सकता। एक दिन 17 साल का एक भेड़ चराने वाला लड़का अपने भाइयों से मिलने के लिए आया उसने पूछा कि तुम इस राक्षस से लड़ते क्यों नहीं। उसके भइयों ने कहा कि वह इतना बड़ा राक्षस है कि उसे मारा नहीं जा सकता। लेकिन उस लड़के ने कहा कि बात यह नहीं कि बड़ा होने कि वजह से उसे मारा नहीं जा सकता बल्कि सच तो यह है कि वह तो इतना बड़ा है कि उस पर लगाया गया निशाना चूक ही नही सकता। उसके बाद उस लड़के ने गुलेल से निशाना लगाकर उस राक्षस को मार ड़ाला।
कथा बताती है कि अगर नजरिया सही हो तो हम बड़ी से बड़ी कठिनाई को पार कर अपनी मंजिल को पा सकते हैं।
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